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  1. आलोचना को कला की सजगत “मीडिलटन मरे” ने कहा है|

    आलोचना को कला की सजगत मीडिलट मरे” ने कहा है|

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  2. यह मान्‍यता तो बहुत पहले से प्रचलित रही है कि भारतेंदु हरिश्‍चन्द्र के उदय के साथ हिंदी में एक नए युग का आरम्भ हुआ, किन्तु इस नए युग को 'नवजागरण' नाम देने का श्रेय हिंदी में डॉ॰ रामविलास शर्मा को है।

    यह मान्‍यता तो बहुत पहले से प्रचलित रही है कि भारतेंदु हरिश्‍चन्द्र के उदय के साथ हिंदी में एक नए युग का आरम्भ हुआ, किन्तु इस नए युग को ‘नवजागरण’ नाम देने का श्रेय हिंदी में डॉ॰ रामविलास शर्मा को है।

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  3. साहित्य के क्षेत्र में जो भी उपज हुई हो उसे भली भांति देखना या उस पर विचार करना ही आलोचना है” “आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र” का कथन है।

    साहित्य के क्षेत्र में जो भी उपज हुई हो उसे भली भांति देखना या उस पर विचार करना ही आलोचना है” आचार्य विश्वनाथ प्रसाद मिश्र” का कथन है।

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  4. किशोरी लाल गोस्वामी के तारा उपन्यास की आलोचना करते हुए “बालमुकुंद गुप्त” ने उसे ‘कलंक भरी पोथी’ कहा है।

    किशोरी लाल गोस्वामी के तारा उपन्यास की आलोचना करते हुए बालमुकुंद गुप्त ने उसे ‘कलंक भरी पोथी’ कहा है।

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  5. This answer was edited.

    आचार्य शुक्ल के प्रिय संस्कृत कवि “वाल्मीकि, भवभूति” हैं जिनकी रचनाओं को उपजीव्य मानकर उन्होंने अपने मूल्यांकन के प्रतिमान विकसित किये।

    आचार्य शुक्ल के प्रिय संस्कृत कवि वाल्मीकि, भवभूति हैं जिनकी रचनाओं को उपजीव्य मानकर उन्होंने अपने मूल्यांकन के प्रतिमान विकसित किये।

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  6. ‘अपनी विश्वदृष्टि के कारण शुक्ल जी स्वयं आधुनिक मनुष्य बनने में असफल रह गए।’ यह कथन “नीलकांत” का है।

    ‘अपनी विश्वदृष्टि के कारण शुक्ल जी स्वयं आधुनिक मनुष्य बनने में असफल रह गए।’ यह कथन नीलकांत का है।

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  7. अपने अनिश्चय को व्यक्त करते हुए स्वयं “ग्रियर्सन” ने लिखा है: '' बिजली की चमक के समान अचानक इस समस्त पुराने धार्मिक मतो के अंधकार के उपर एक नयी बात दिखाई दी ।

    अपने अनिश्चय को व्यक्त करते हुए स्वयं ग्रियर्सन” ने लिखा है: ” बिजली की चमक के समान अचानक इस समस्त पुराने धार्मिक मतो के अंधकार के उपर एक नयी बात दिखाई दी ।

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  8. कबीर की वाणी“बीजक,शब्दावली,पवित्र गुरुग्रंथ साहिब”ग्रंथो में संकलित है।

    कबीर की वाणी“बीजक,शब्दावली,पवित्र गुरुग्रंथ साहिब”ग्रंथो में संकलित है।

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  9. गुरुनानक का जन्म “ननकाना साहिब” में हुआ था|

    गुरुनानक का जन्म “ननकाना साहिब” में हुआ था|

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  10. नानक वाणी“गुरु ग्रन्थ साहिब”में  संकलित हैं|

    नानक वाणीगुरु ग्रन्थ साहिब”में  संकलित हैं|

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