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‘आलोचना के मान’किसकी कृति है ?
‘आलोचना के मान’ "शिवदान सिंह चौहान" कृति है।
‘आलोचना के मान’ “शिवदान सिंह चौहान“ कृति है।
See lessनई कविता के मिथक काव्य नामक आलोचनातमक कृति किस कृतिकार की हैं –
नई कविता के मिथक काव्य नामक आलोचनातमक कृति "रश्मि कुमार" कृतिकार की हैं।
नई कविता के मिथक काव्य नामक आलोचनातमक कृति “रश्मि कुमार” कृतिकार की हैं।
See lessछायावाद का प्रबल समर्थक कौन है ?
छायावाद काप्रबल समर्थक "नंददुलारे वाजपेई" है ।
छायावाद काप्रबल समर्थक “नंददुलारे वाजपेई” है ।
See lessरीतिकाल की भूमिका, रस सिद्धांत, कामायनी के अध्ययन की समस्याएं नामक आलोचनात्मक ग्रंथ किस रचनाकार के हैं
रीतिकाल की भूमिका, रस सिद्धांत, कामायनी के अध्ययन की समस्याएं नामक आलोचनात्मक ग्रंथ "डॉक्टर नगेंद्र" के हैं
रीतिकाल की भूमिका, रस सिद्धांत, कामायनी के अध्ययन की समस्याएं नामक आलोचनात्मक ग्रंथ “डॉक्टर नगेंद्र” के हैं
See lessव्यावहारिक आलोचना के जनक कहे जाते है
व्यावहारिक आलोचना के जनक "बालकृष्ण भट्ट" कहे जाते है।
व्यावहारिक आलोचना के जनक “बालकृष्ण भट्ट” कहे जाते है।
See less‘साहित्य सर्जना’ आलोचनात्मक रचना किसकी है ?
'साहित्य सर्जना' आलोचनात्मक रचना "इलाचंद्र जोशी" है
‘साहित्य सर्जना‘ आलोचनात्मक रचना “इलाचंद्र जोशी” है
See lessहिंदी आलोचना के प्रथम इतिहासकार हैं
“भारतेंदु हरिश्चंद्र” हिंदी साहित्य के सर्व प्रथम आलोचना लेखक हैं यदि संस्कृत में भरत मुनि ने सर्वप्रथम नाट्यशास्त्र की रचना की तो हिंद सर्वप्रथम आलोचना ग्रंथ नाटक इन्होंने लिखा है।
“भारतेंदु हरिश्चंद्र” हिंदी साहित्य के सर्व प्रथम आलोचना लेखक हैं यदि संस्कृत में भरत मुनि ने सर्वप्रथम नाट्यशास्त्र की रचना की तो हिंद सर्वप्रथम आलोचना ग्रंथ नाटक इन्होंने लिखा है।
See lessहिंदी के प्रमुख आलोचकों को जन्म काल के आधार पर व्यवस्थित क्रम दीजिये–
आचार्य शुक्ल, नंददुलारे वाजपेयी,राम विलास शर्मा,डॉक्टर नगेंदर
आचार्य शुक्ल, नंददुलारे वाजपेयी,राम विलास शर्मा,डॉक्टर नगेंदर
See lessआधुनिकता और हिंदी साहित्य किसकी रचना है ?
आधुनिकता और हिंदी साहित्य “इंद्रनाथ मदान” की रचना है|
आधुनिकता और हिंदी साहित्य “इंद्रनाथ मदान” की रचना है|
See lessहिन्दी का पहला आलोचक इनमे से कौन है
हिन्दी का पहला आलोचक इनमे से “आचार्य शुक्ल” है|
हिन्दी का पहला आलोचक इनमे से “आचार्य शुक्ल” है|
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