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'रानी केतकी की कहानी' के लेखक थे:
'रानी केतकी की कहानी' के लेखक "इंशा अल्ला खाँ" थे।
‘रानी केतकी की कहानी’ के लेखक “इंशा अल्ला खाँ“ थे।
प्रथम विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर रचित कहानी है –
प्रथम विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर रचित कहानी "उसने कहा था" है।
प्रथम विश्व युद्ध की पृष्ठभूमि पर रचित कहानी “उसने कहा था“ है।
'दुलाई वाली' कहानी किस रचनाकार द्वारा लिखित है?
"दुलाई वाली" "राजेन्द्र बाला घोष (बंग महिला)" द्वारा लिखित एक कहानी है जो 1907 ई. में प्रकाशित हुई थी। इस कहानी में एक मध्यमवर्गीय परिवार की साधारण सी घटना को लेकर कथानक का निर्माण किया गया है तथा इसके केंद्र में काशी से लेकर इलाहाबाद तक की रेलयात्रा तथा उससे जुड़ी हुई घटनाओं का वर्णन है।
निम्नलिखित में से किस कहानी में अति व्यस्त कामकाज आदमी की असंतुष्ट पत्नी को विषयवस्तु बनाया गया है?
निम्नलिखित में से "नीलम देश की राजकन्या" कहानी में अति व्यस्त कामकाज आदमी की असंतुष्ट पत्नी को विषयवस्तु बनाया गया है यह कहानी (1933) जैनेन्द्र कुमार द्वारा लिखी गई है।
प्रेमचंद कृत 'प्रायश्चित' कहानी के पात्र हैं?
प्रायश्चित कहानी के पात्र "सुबोध चंद्र और मुरारीलाल" है। प्रायश्चित कहानी प्रेमचंद की कहानी है। नमक का दारोगा, बूढ़ी काकी, शतरंज के खिलाड़ी, अलग्योझा, पूस की रात, सद्गति, दो बैलों की आत्मकथा, नशा ,कफ़न इत्यादि हैं। प्रायश्चित नाम से कहानी भगवती चरण वर्मा की भी कहानी है।
प्रायश्चित कहानी के पात्र “सुबोध चंद्र और मुरारीलाल“ है। प्रायश्चित कहानी प्रेमचंद की कहानी है। नमक का दारोगा, बूढ़ी काकी, शतरंज के खिलाड़ी, अलग्योझा, पूस की रात, सद्गति, दो बैलों की आत्मकथा, नशा ,कफ़न इत्यादि हैं। प्रायश्चित नाम से कहानी भगवती चरण वर्मा की भी कहानी है।
See lessअपभ्रंश भाषा का प्राचीनतम प्रयोग किस साहित्य में हुआ है ?
अपभ्रंश भाषा का प्राचीनतम प्रयोग "जैन साहित्य" में हुआ है।
अपभ्रंश भाषा का प्राचीनतम प्रयोग “जैन साहित्य” में हुआ है।
प्रगतिवाद की प्रमुख प्रवृत्तियों में से कौनसी प्रवृत्ति नहीं थी ?
इसमें प्रकृति चित्रण को प्रधानता दी गयी
इसमें प्रकृति चित्रण को प्रधानता दी गयी
See less‘बंगाल का अकाल’ की विधा है
रिपोर्ताज
रिपोर्ताज
See less‘बंगाल का अकाल’ की विधा है
‘बंगाल का अकाल’ "रिपोर्ताज" विधा है।
‘बंगाल का अकाल’ “रिपोर्ताज” विधा है।
See lessकवि कालिदास की ‘अभिज्ञान शाकुन्तलम’ का हिन्दी अनुवाद किसने किया?
"राजालक्षण सिंह ने "
“राजालक्षण सिंह ने “
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