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‘सरस्वती’ पत्रिका के प्रमुख सम्पादक का नाम बताइए।
‘महावीर प्रसाद द्विवेदी’ सरस्वती पत्रिका के प्रमुख सम्पादक थे।
‘महावीर प्रसाद द्विवेदी’ सरस्वती पत्रिका के प्रमुख सम्पादक थे।
See lessकबीर ने किस भक्ति पंथ का प्रसार किया ?
वह हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन युग के प्रवर्तक थे| निर्गुट विचारधारा को मानते थे| उनकी रचनाओं का काफी असर पड़ा| कबीर के शिष्यों ने फिर उनकी विचारधारा पर एक पंथ की शुरुआत की, जिसे ‘कबीर पंथ’ कहा जाता है|
वह हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन युग के प्रवर्तक थे| निर्गुट विचारधारा को मानते थे| उनकी रचनाओं का काफी असर पड़ा| कबीर के शिष्यों ने फिर उनकी विचारधारा पर एक पंथ की शुरुआत की, जिसे ‘कबीर पंथ’ कहा जाता है|
See lessकिसने भक्ति साधना को मोक्ष का मार्ग बताया ?
अर्जुन को ‘श्री कृष्ण’ ने मोक्ष का रास्ता बताया|
अर्जुन को ‘श्री कृष्ण’ ने मोक्ष का रास्ता बताया|
See lessकबीर के अनुयायी को क्या कहते हैं ?
‘कबीर पंथ’ (कबीर का पथ) मुक्ति के साधन के रूप में सच्चे सतगुरु के रूप में उनकी भक्ति पर आधारित है। इसके अनुयायी कई धार्मिक पृष्ठभूमि से हैं क्योंकि कबीर ने कभी भी धर्म परिवर्तन की वकालत नहीं की बल्कि उनकी सीमाओं पर प्रकाश डाला।
‘कबीर पंथ’ (कबीर का पथ) मुक्ति के साधन के रूप में सच्चे सतगुरु के रूप में उनकी भक्ति पर आधारित है। इसके अनुयायी कई धार्मिक पृष्ठभूमि से हैं क्योंकि कबीर ने कभी भी धर्म परिवर्तन की वकालत नहीं की बल्कि उनकी सीमाओं पर प्रकाश डाला।
See less‘राग दरबारी’ उपन्यास के रचयिता कौन है?
रागदरबारी विख्यात हिन्दी साहित्यकार श्रीलाल शुक्ल की प्रसिद्ध व्यंग्य रचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1969 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह ऐसा उपन्यास है जो गाँव की कथा के माध्यम से आधुनिक भारतीय जीवन की मूल्यहीनता को सहजता और निर्ममता से अनावृत करता है।
रागदरबारी विख्यात हिन्दी साहित्यकार श्रीलाल शुक्ल की प्रसिद्ध व्यंग्य रचना है जिसके लिये उन्हें सन् 1969 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह ऐसा उपन्यास है जो गाँव की कथा के माध्यम से आधुनिक भारतीय जीवन की मूल्यहीनता को सहजता और निर्ममता से अनावृत करता है।
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